प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025: कारीगरों के लिए सुनहरा मौका |

परिचय: भारत की परंपरा में कारीगरों का विशेष स्थान रहा है। आज भी गाँव-देहात में बढ़ई, लोहार, सुनार, दर्जी जैसे पारंपरिक व्यवसाय लोगों की आजीविका का प्रमुख साधन हैं। इन्हीं को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार ने “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना” शुरू की है। --- क्या है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना? यह योजना 17 पारंपरिक कौशल से जुड़े कारीगरों और शिल्पकारों को पहचान देने, प्रशिक्षण, टूलकिट और आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इसका उद्देश्य है कि ये कारीगर आत्मनिर्भर बनें और अपने काम को आधुनिक तरीकों से आगे बढ़ा सकें। मुख्य विशेषताएँ और लाभ: लाभ विवरण प्रमाणपत्र रजिस्ट्रेशन के बाद डिजिटल "विश्वकर्मा ID" मिलेगा। ट्रेनिंग 5-7 दिनों की बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग। प्रोत्साहन राशि प्रशिक्षण के दौरान ₹500 प्रतिदिन। टूलकिट ₹15,000 तक का टूल कि ट मुफ्त मिलेगा। लोन सुविधा ₹1 लाख तक बिना गारंटी लोन (पहली किश्त), और दूसरी किश्त में ₹2 लाख तक। ब्याज सब्सिडी लोन पर केवल 5% ब्याज देना होगा। मार्केटिंग सहायता ई-कॉमर्स, डिज़िटल पेमेंट और ब्रांडिंग ...